मनजीत सिंह की मां को संभालते लोग।
काहनूवान/अमृतसर। तिरंगे में लिपटे शहीद मनजीत सिंह का शव जब पंजाब के काहनूवाब स्थित उनके घर पहुंचा तो सभी की आंखें नm
हो गई। शव को देख उनकी मां बेसुध हो गई। चिता को मुखाग्नि पिता प्रीतम सिंह ने दी। आठ नक्सलियों की दरिंदगी का शिकार हो गए थे, उनका शव बिहार के कटिहार में मिला था। मनजीत ने गोद ली थी बेटी...
- मां ने कहा घर में छोटा होने के कारण मनजीत सभी का लाडला था।
- मनजीत सिंह के पिता ने बताया कि उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी।
- काफी समय तक कोई बच्चा न होने के कारण उसने साढ़े तीन साल की बेटी गोद ली थी।
- मनजीत सिंह के घर में बेटी बलजीत कौर, पत्नी संदीप कौर और बुजुर्ग माता-पिता हैं।
रेजीमेंट गुवहाटी में तैनात थे मनजीत
- लांस नायक मनजीत सिंह सिखलाई रेजीमेंट गुवहाटी में तैनात थे।
- वह 8 जनवरी को एक माह की छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौट रहे थे।
- 13 फरवरी को उनका शव बिहार के कटिहार के पास मिला था।
- सिख रेजीमेंट के सूबेदार दिलबाग सिंह के नेतृत्व में सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी।